इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स | 13 BEST Intraday Trading Tips in Hindi

शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स, Best Intraday trading tips for beginners in hindi, इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसा कमाने के बेस्ट टिप्स, इंट्राडे ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के टिप्स

इंट्राडे ट्रेडिंग में अधिकतर ट्रेडर्स को नुकसान सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि वह बिना किसी टिप्स या स्ट्रेटजी का उपयोग किए सीधा स्टॉक को ट्रेड करने लगते हैं। इंट्राडे में स्टॉक को खरीदने या बेचने से पहले आपके पास सही रणनीति का होना बहुत जरूरी है।

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इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स

अगर आप सही इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स को फॉलो करते हैं तो इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कमाना कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि बहुत सारे प्रोफेशनल ट्रेडर्स ऐसी ही कुछ ट्रेडिंग टिप्स के जरिए हर दिन लाखों रुपए कमा रहे हैं।

आज मैं beginners के लिए कुछ ऐसी इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स (Intraday Trading Tips in Hindi) लेकर आया हूं जिनको अप्लाई करके आप रोजाना इंट्राडे ट्रेडिंग करके प्रॉफिट कमा सकते हैं।

अगर आप इस पोस्ट में बताई गई सभी टिप्स को फॉलो करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय आपके मुनाफा कमाने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाएंगे।

Contents

इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स (Intraday Trading Tips in Hindi)

चलिए एक-एक करके इन सभी टिप्स के बारे में विस्तार से जान लेते हैं–

1. एक प्रॉफिटेबल इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी का उपयोग करें

सबसे पहली इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स है सही रणनीति का उपयोग करना. अगर आप रोजाना इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो आप किसी ना किसी strategy का उपयोग जरूर करते होंगे.

उदाहरण के लिए–

  • कुछ ट्रेडर्स केवल सपोर्ट रेजिस्टेंस पर ही ट्रेडिंग करते हैं,
  • तो वहीं कुछ लोग चार्ट पेटर्न देखकर ट्रेडिंग करते हैं,
  • इसके अलावा कुछ लोग सिर्फ ब्रेक आउट होने पर ही ट्रेड करते हैं,
  • कुछ लोग ट्रेंडलाइन के द्वारा ट्रेड करते हैं,
  • और वही कुछ ट्रेडर्स मूविंग एवरेज या टेक्निकल इंडिकेटर्स जैसे; RSI, MACD, बॉलिंगर बैंड, वॉल्यूम आदि को देखकर इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं।

जबकि इंट्राडे ट्रेडिंग में जो लोग नए हैं वह सिर्फ प्राइस को देख कर ही ट्रेड करते हैं मतलब अगर किसी शेयर की कीमत लगातार बढ़ रही है तो वह उस शेयर को खरीद लेते हैं यह सोच कर कि जब उस शेयर का दाम बढ़ जाएगा तो वह उसे बेचकर लाभ कमा लेंगे.

अगर आप भी बिना किसी रणनीति का उपयोग किए इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो हो सकता है कि कुछ समय के लिए आप पैसा कमा लें लेकिन आप ज्यादा देर तक नहीं टिक पाएंगे।

बेहतर यही होगा कि आप किसी ना किसी इंट्राडे स्ट्रेटजी का उपयोग करें और उसी के अनुसार रोजाना ट्रेडिंग करें।

दोस्तों इस इंट्राडे ट्रेडिंग टिप को फॉलो करने से आप एक discipline मेंटेन करेंगे जिससे लॉन्ग टर्म में आपके नुकसान कम हो जाएंगे और प्रॉफिट तेजी से बढ़ने लगेंगे।

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चलिए बढ़ते हैं दूसरे इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स पर–

2. इंट्राडे ट्रेडिंग में लिक्विड स्टॉक्स का चयन करें

दूसरी टिप यह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में हमेशा लिक्विड स्टॉक्स में ही करना चाहिए। लिक्विड स्टॉक का मतलब है कि उसमें buyers और sellers पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। इसे चेक करने के लिए आप उस शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम देख सकते हैं जिसमें आप ट्रेड करने वाले हैं।

कभी भी आपको सर्किट लगने वाले स्टॉक्स में इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे शेयरों को ऑपरेटर के द्वारा कंट्रोल किया जाता है और उनका शेयर प्राइस कभी ही अचानक से बहुत तेजी से ऊपर या नीचे हो सकता है।

  • सबसे बेस्ट है कि जो बड़ी-बड़ी प्रोफेशनल इंट्राडे ट्रेडर्स इस्तेमाल करते हैं वह है Nifty next 50 stocks में ट्रेड करना.
  • जी हां, इसके अलावा आप Nifty next 100 या next 200 स्टॉक्स में भी इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं क्योंकि इन में लिक्विडिटी और मोमेंटम दोनों काफी अच्छा होता है।

3. इंट्राडे में स्टॉक का एंट्री और एग्जिट प्राइस पहले ही डिफाइन कर लें

अगली टिप यह है कि इंट्राडे में किसी भी स्टॉक में ट्रेड करने से पहले आपको एंट्री प्राइस और एग्जिट प्राइस पता होना चाहिए। ऐसा करने से आप जल्दी ट्रेडिंग निर्णय ले पाते हैं जिससे प्रॉफिट कमाने के चांसेस काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं।

बहुत सारे ट्रेडर्स को तो इंट्राडे में केवल इसलिए नुकसान होता है क्योंकि वह गलत समय पर स्टॉक में Entry या Exit करते हैं। इसीलिए इंट्राडे ट्रेडिंग में टाइमिंग का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

मान लीजिए–

  • अभी कोई XYZ शेयर 300 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. अब आपकी एनालिसिस के अनुसार, कुछ समय बाद यह शेयर 320 रुपये तक जा सकता है. लेकिन शॉर्ट टर्म मूवमेंट के चलते अभी यह शेयर नीचे जा रहा है और 290 इसका सपोर्ट लेवल है जहां से प्राइस ऊपर जा सकता है।
  • तो ऐसे में आपका entry price 290 रुपये और exit price या टारगेट प्राइस 320 रुपये होना चाहिए।

लेकिन ध्यान रखें– कभी-कभी स्टॉक का एंट्री और एग्जिट प्राइस थोड़ा बहुत ऊपर नीचे हो सकता है मतलब हो सकता है कि शेयर प्राइस सपोर्ट लेवल पर पहुंचने से पहले ही ऊपर बढ़ना शुरू हो जाए या फिर टारगेट प्राइस तक पहुंचने से पहले ही स्टॉक नीचे गिरना शुरू हो जाए।

इंट्राडे ट्रेडिंग में इस प्रकार की मूवमेंट से बचने के लिए आपको स्टॉक के चार्ट पर नजर रखना चाहिए और जैसे ही शेयर में unexpected buying या selling दिखाई दे तो अपनी पोजीशन काट लेनी चाहिए।

चलिए बढ़ते हैं अब अगली इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स की ओर–

4. इंट्राडे चार्ट पर स्टॉक का सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल पता करें

इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय आप जिस स्टॉक में ट्रेड कर रहे हैं उसका सपोर्ट और रेजिस्टेंस प्राइस आपको जरूर पता होना चाहिए।

  • सपोर्ट लेवल वह होता है जिसको टच करके शेयर प्राइस ऊपर जाने लगता है
  • जबकि रेजिस्टेंस लेवल वह होता है जिसको टच करके शेयर प्राइस नीचे आने सकता है।

आप चाहे तो केवल सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को देखकर भी इंट्राडे में ट्रेड कर सकते हैं। इसके लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस और ट्रेंडलाइन के माध्यम से चार्ट पर स्टॉक के सपोर्ट और रेजिस्टेंस एरिया का पता लगाना होगा।

लेकिन ध्यान रहे; आपको केवल तभी ट्रेड करना है जब दो या दो से अधिक बार प्राइस किसी पार्टिकुलर लेवल को टच करके विपरीत दिशा में भागा हो. इससे आपको ट्रेड करने के लिए कंफर्मेशन मिल जाता है जिससे आप कॉन्फिडेंट तरीके से इंट्राडे ट्रेडिंग कर पाते हैं।

इसलिए अगर आप beginner हैं तो इस इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स को जरूर फॉलो करें ताकि आप केवल सपोर्ट और रेजिस्टेंस के द्वारा ही ट्रेडिंग करके शुरुआत में कुछ प्रॉफिट कमा सकें।

5. इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय सही टाइम फ्रेम सिलेक्ट करें

जैसा कि आपको पता है इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक को शॉर्ट टर्म में buy और sell करना पड़ता है और इसके लिए आपको चार्ट एनालिसिस की थोड़ी बहुत जानकारी होनी चाहिए।

चार्ट एनालिसिस करते समय आपको सही टाइम फ्रेम सिलेक्ट करना बहुत जरूरी है। आपको बता दें कि इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय 15 मिनट टाइम का चार्ट सबसे बेस्ट होता है।

मेरा सुझाव है कि इंट्राडे में टाइमिंग बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए 15 मिनट timeframe चार्ट इंट्रा डे ट्रेडर्स के लिए सबसे उपयोगी समय अंतराल है।

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6. टेक्निकल एनालिसिस के द्वारा इंट्राडे में ट्रेडिंग करें

केवल इंट्राडे ट्रेडिंग ही नहीं बल्कि किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस बहुत इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है। अगर आप ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं तो आपको टेक्निकल एनालिसिस का ज्ञान होना बहुत जरूरी है।

  • टेक्निकल रिसर्च के अंतर्गत प्राइस एक्शन, मूविंग एवरेज, कैंडलस्टिक पेटर्न, सपोर्ट रेजिस्टेंस, वॉल्यूम, चार्ट पैटर्न, तकनीकी इंडिकेटर्स आदि आते हैं।

अगर आप टेक्निकल एनालिसिस के द्वारा इंट्राडे ट्रेडिंग करेंगे तो आपके नुकसान होने के चांसेस बहुत कम हो जाएंगे क्योंकि आपको पहले से पता होगा कि आप कितना रिस्क लेने वाले हैं और आपके निवेश किए गए पैसे पर आपको कितना रिटर्न मिल सकता है।

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7. मार्केट बंद होने से पहले अपनी सभी इंट्राडे पोजीशन स्क्वायर ऑफ कर दें

अखिल इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स यह है कि शेयर बाजार बंद होने से पहले आपको अपने खरीदी गए सभी पोजीशन को close कर देना चाहिए। मतलब उस दिन आपने जितने भी शेयर खरीदे या बेचे हैं उन सब को square-off कर देना चाहिए यानी कि कोई भी पोजीशन खुली नहीं होनी चाहिए।

अगर आप किसी दिन इंट्राडे में शेयर खरीद कर उसे बेचना भूल जाते हैं तो आपका ब्रोकर आपके behalf पर आपके उस दिन खरीदे गए सभी शेयर को बेच देता है यानी कि आपकी सभी open positions को close कर देता है।

और क्योंकि आप अपनी पोजीशंस को स्क्वायर ऑफ करना भूल गए थे इसलिए आपको square-off charges भी देना पड़ेगा जो लगभग 50 रुपये होता है।

Noteदोस्तों यह काफी खतरनाक सिचुएशन होती हैं इंट्राडे ट्रेडिंग में क्योंकि कई बार आपका लॉस बहुत ज्यादा हो जाता है. लेकिन फिर भी आपका ब्रोकर उसे बेच देता है क्योंकि उसे इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप को कितना नुकसान हो रहा है। मतलब अगर आपने इंट्राडे में मार्केट बंद होने से पहले अपनी सभी positions को close नहीं किया तो आपका बहुत बड़ा loss हो सकता है।

8. इंट्राडे में ब्रोकरेज चार्जेस का ध्यान रखें

इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय बहुत सारे नए ट्रेडर्स beginners लेवल पर होते हैं जिनको अभी ट्रेडिंग का ज्यादा अनुभव नहीं होता है। ऐसे लोग ब्रोकरेज चार्ज पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं जिसका खामियाजा उन्हें नुकसान के रूप में भुगतना पड़ता है।

  • ब्रोकरेज चार्जेस वह फीस होती है जो आपके ब्रोकर के द्वारा लगाई जाती है। यह शेयर को खरीदने और बेचने पर लगती है।
  • मतलब आपके डीमैट अकाउंट में हर ट्रांजैक्शन पर आप जो फीस ब्रोकर को देते हैं वह ब्रोकरेज चार्ज होता है।

सामान्यतः यह 20 Rs/ ट्रेड होता है। यह डिलीवरी और इंट्राडे में थोड़ा अलग हो सकता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक को buy और sell करने पर आपको यह देखना चाहिए कि आपका प्रॉफिट 40 रुपये से ज्यादा होना चाहिए क्योंकि इतना तो आप ब्रोकरेज ही pay कर रहे हैं।

नए ट्रेडर यह गलती करते हैं कि वह बहुत कम प्रॉफिट के चक्कर में शेयर बेच देते हैं और उनका ब्रोकरेज फीस प्रॉफिट से ज्यादा लग जाती है। अगर देखा जाए तो अधिकतर शुरुआती इंट्राडे ट्रेडर यह गलती करते हैं इसीलिए आपको इस इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स को जरूर ध्यान रखना चाहिए।

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9. इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपना माइंडसेट तैयार करें

अगली इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स यह है कि आपको ट्रेडिंग करते समय अपना माइंडसेट क्लियर रखना चाहिए। जिस समय आप ट्रेडिंग कर रहे हैं उस समय आपका दिमाग पूरी तरह से फ्री होना चाहिए. मतलब उस समय आपके पास अन्य कोई काम नहीं होना चाहिए ताकि आप अपने ट्रेडिंग टर्मिनल पर पूरी तरह से फोकस कर पाए।

  • शुरुआत में लोग गलती यह करते हैं कि वह चार्ट पर फोकस करने की बजाय अलग-अलग स्टॉक के चार्ट देखते रहते हैं और कभी भी किसी के स्टॉक पर फोकस नहीं कर पाते हैं.
  • इसीलिए आपको ऐसा नहीं करना चाहिए और शेयर बाजार खुलने से पहले ही आपको पता कर लेना चाहिए कि आज आपको किस शेयर में ट्रेड करना है.

ऐसा करने से आप मार्केट hours के टाइम अपना ट्रेडिंग डिसीजन जल्दी ले पाएंगे जिससे इंट्राडे ट्रेडिंग में आपके लाभ कमाने के चांसेस काफी हद तक बढ़ जाएंगे।

10. लॉस रिकवर करने की कोशिश मत करें

इंट्राडे ट्रेडिंग में लॉस रिकवर करना नए ट्रेडर की सबसे बड़ी गलती होता है। यह तो हम सब जानते हैं कि जब आप ट्रेडिंग करते हैं तो आपको लॉस जरूर होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको उस लॉस को रिकवर करने के लिए ही ट्रेडिंग करनी चाहिए।

ट्रेडिंग का मकसद loss को रिकवर गाना नहीं बल्कि लॉस को कम करना होना चाहिए। क्योंकि अगर आपने loss को कंट्रोल करना सीख लिया तो आपका प्रॉफिट ऑटोमेटेकली बढ़ जाएगा।

याद रखें– अगर आप भी रिवेंज ट्रेडिंग का शिकार है तो आज ही इसे छोड़ दीजिए क्योंकि रिवेंज ट्रेडिंग यानी लॉस रिकवर करने के चक्कर में बहुत सारे ट्रेडर्स बर्बाद हुए हैं इसीलिए यह इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स जरूर ध्यान रखें कि कभी भी लॉटरी कवर करने की कोशिश मत करें बल्कि प्रॉफिट बढ़ाने पर फोकस करें।

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11. इंट्रा डे में ओवर ट्रेड करने से बचें

अगली यह है कि बार-बार ट्रेड करने से अच्छा है एक ही बड़ी ट्रेड करें जिसमें जबरदस्त प्रॉफिट बने. याद रखिए एक सफल ट्रेडर कभी भी बार-बार ट्रेड नहीं करता है बल्कि वह दिन में केवल कुछ ही ट्रेड लेता है और वह प्रॉफिटेबल होती हैं।

मार्केट खुलने के दौरान बहुत सारे स्टॉक ऐसे होते हैं जिनमें आपको लगता है कि प्राइस बढ़ने वाला है. लेकिन जब तक अपने फोन पर प्रॉपर रिसर्च नहीं की हुई है तब तक आपको उनमें एंट्री नहीं लेनी चाहिए.

इंट्राडे में ओवर ट्रेडिंग करने से आपका माइंड सेट जबरदस्ती प्रॉफिट कमाना बन जाता है। इसलिए बाजार खुलने से पहले ही आप यह डिसाइड कर लें कि आज आप कितना मैक्सिमम loss ले सकते हैं।

अगर आप ऐसा करते हैं तो आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं और अगर यही आपकी trading habit बन गई तो आपको लाभ कमाने से कोई नहीं रोक सकता.

क्योंकि फिर आपको पता होगा कि आपको maximum कितना रिस्क लेना है जिससे अल्टीमेटली आपके रिटर्न बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है।

12. इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले अपना प्रॉफिट और लॉस पहले ही तय कर ले

यह बहुत ही इंपॉर्टेंट इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स है जिस पर अधिकतर लोग ध्यान नहीं देते हैं। आपको इंट्राडे में शेयर खरीदने या बेचने से पहले अपना प्रॉफिट और लॉस पहले से ही डिफाइन कर लेना चाहिए।

मतलब आपको पहले ही अपने मन में यह मान लेना चाहिए कि कुछ शेयर में ट्रेड करके आप कितना मुनाफा या नुकसान करने वाले हैं।

मेरा विश्वास कीजिए इस टिप को फॉलो करके आपका नुकसान काफी हद तक कम हो जाएगा और प्रॉफिट तेजी से बढ़ने लगेगा।

क्योंकि जब आपको अपना loss पता होगा तो एक हद तक शेयर में कितनी भी वोलैटिलिटी क्यों ना हो जाए, लेकिन अगर आप का टारगेट क्लियर है तो आपको नुकसान होने के चांसेस बहुत कम हो जाते हैं।

13. ट्रेड करते समय रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो मेंटेन करें

इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो मेंटेन करने से लोंग टर्म में अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकते हैं। वैसे तो इंट्राडे ट्रेडिंग शॉर्ट टर्म का खेल है क्योंकि इसमें आपको हर दिन मुनाफा कमाना पड़ता है।

  • मान लीजिये अगर आप दिन में 4 बार जरूर करते हैं और महीने में 20 दिन इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो आपके कुल ट्रेड 80 होते हैं जिसमें से आपको कम से कम 50 बार प्रॉफिट होना जरूरी है केवल तभी आप इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल हो सकते हैं।

जब आपके दिमाग में कैलकुलेशन क्लियर होगी कि आज आपको कितना ट्रेड करना है और कितनी बार प्रॉफिट कमाना है और मैक्सिमम कितनी बार लॉस ले सकते हैं अगर आपको इसके बारे में पता है तो समझ लो अपने रिस्क मैनेजमेंट करना सीख लिया.

इस इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स को फॉलो करने से आप बाकी 50% ट्रेडर्स आगे निकल जाएंगे क्योंकि इंट्राडे में रिस्क मैनेजमेंट और मनी मैनेजमेंट पर बहुत सारे ट्रेडर्स ध्यान नहीं देते हैं जिसकी वजह से उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है।

14. इंट्राडे में ट्रेड करते समय स्टॉप लॉस जरूर उपयोग करें

आखिरी टिप यह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय में स्टॉप लॉस का उपयोग जरूर करें। अगर आपको अपने नुकसान को सीमित करना है और एक discipline के साथ ट्रेडिंग करना है तो stop-loss का इस्तेमाल करना प्रत्येक ट्रेडर को करना चाहिए।

ऐसा देखा गया है कि जो लोग स्टॉप लॉस ऑर्डर नहीं लगाते हैं उनको 4 या 5 बार में जितना प्रॉफिट होता है उससे कई गुना ज्यादा loss उनको एक ही बार में हो जाता है।

मतलब आप कितना भी प्रॉफिट कमाल है लेकिन अगर आपने स्टॉपलॉस पर ध्यान नहीं दिया तो इंट्राडे ट्रेडिंग में आप कभी सफल नहीं हो सकते।

  • जानिए– डे ट्रेडिंग में पैसा लगाने पहले क्या करना चाहिए?
  • जानिए– ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?
  • जानिए– ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए जाते हैं?

उम्मीद करता हूं ऊपर दी गई सभी इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स आप अपनी ट्रेडिंग जर्नी में जरूर फॉलो करेंगे. चलिए आप ऐसी से जुड़े हुए कुछ बेसिक सवाल और उनके जवाब जान लेते हैं.

इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कमाने की सबसे बेस्ट टिप्स क्या है?

अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले टेक्निकल एनालिसिस पर फोकस करना होगा इसके बाद चार्ट पेटर्न और कैंडलेस्टिक पेटर्न को समझना होगा। इसके अलावा इंट्राडे में प्रॉफिट कमाने के लिए आप सपोर्ट रेजिस्टेंस और ब्रेकआउट ट्रेडिंग की प्रैक्टिस कर सकते हैं।

इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय क्या है?

इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय सुबह 10:30 बजे बात होता है क्योंकि इस समय तक स्टॉक में अच्छी खासी मूवमेंट हो चुकी होती है और तब तक वॉल्यूम भी साफ साफ नजर आने लगते हैं।

कौन सा इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे अच्छा है?

इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको कौन सी रणनीति का इस्तेमाल करना है यह आपके रिस्क के ऊपर निर्भर करता है। कुछ लोग सिर्फ चार्ट पैटर्न के आधार पर इंट्राडे में ट्रेड करते हैं तो कुछ लोग सिर्फ टेक्निकल इंडिकेटर्स या ट्रेंडलाइन की मदद से भी इंट्राडे में ट्रेडिंग करते हैं। इनमें से आप को चलना है कि कौन सा ट्रेडिंग स्टाइल आपके लिए सबसे बेस्ट है।

Intraday Trading Tips in Hindi – ‘Conclusion’

मैं उम्मीद करता हूं कि अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो आपको इस आर्टिकल में बताई गई इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स (Intraday Trading Tips in Hindi) आपको जरूर उपयोगी लगी होंगी।

अगर आप इंट्राडे में ट्रेड करते समय इन सभी टिप्स को फॉलो करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में आप आपने नुकसान को बहुत कम कर सकते हैं और प्रॉफिट को बहुत ज्यादा बढ़ा सकते हैं।

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आप नीचे कमेंट करके बताइए कि आपको ऊपर बताई गई सभी इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स में से कौन सी टिप सबसे ज्यादा पसंद आई?

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