Company Meaning in Hindi | कंपनी क्या है उदाहरण सहित (पूरी जानकारी)

Company Meaning in Hindi | कंपनी क्या है उदाहरण के साथ समझाइए | कंपनी कैसे खोलें या शुरू करें | How to start a company in hindi | कंपनी का हिंदी में अर्थ क्या है?

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कंपनी कैसे खोलें या शुरू करें

कंपनी एक ऐसी संस्था है जो किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए बनाई जाती है। एक company बनाने के लिए शुरुआत में पूंजी लगाना पड़ता है। फिर जैसे-जैसे आप का व्यापार लाभ कमाने लगता है तो शेयर होल्डर प्रॉफिट में से अपना हिस्सा आपस में बांट लेते हैं।

इस पोस्ट में हम, company kya hai, ये कितने प्रकार की होती हैं, कंपनी कैसे शुरू करें और कंपनी कौन बना सकता है, इस पर चर्चा करेंगे। साथ ही हम अलग-अलग प्रकार की कंपनियों के बारे में भी जानेंगे जैसे– यूनिकॉर्न कंपनी, सब्सिडियरी, होल्डिंग, प्राइवेट लिमिटेड, पब्लिक, पार्टनरशिप, वन पर्सन कंपनी, ज्वाइंट वेंचर आदि क्या होते हैं।

इसके अलावा हम कंपनी से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में भी जानेंगे तो इस आर्टिकल को पूरा अंत तक जरूर पढियेगा। चलिए जानते हैं Company का hindi meaning क्या है।

Company Meaning in Hindi

कंपनी का अर्थ है ‘संगठन’ या ‘संस्था’ जो व्यापार करने के लिए बनाई जाती है। एक कंपनी में कई शेयरधारक हो सकते हैं जिनके पास कंपनी की इक्विटी या हिस्सा होता है। कंपनी को व्यवसाय से होने वाले लाभ पर शेयर होल्डर का अधिकार होता है।

ठीक इसी प्रकार अगर कंपनी को नुकसान या हानि होती है तो वह भी शेयर होल्डर को भुगतना पड़ेगी।

किसी कंपनी को शुरू करने के लिए लगाया गया पैसा ‘पूंजी’ या कैपिटल कहलाता है। और जो व्यक्ति कंपनी शुरू करता है या कंपनी बनाता है उसे हम फाउंडर या मालिक कहते हैं। अगर मालिक खुद से पैसा ना लगाकर बैंक से लोन लेकर कंपनी शुरू करता है तो जो बैंक से लिया गया debt या उधार होता है वह कंपनी के लिए लायबिलिटी (Liability) यानी जिम्मेदारी होता है।

जबकि कंपनी के पास जो जमीन, कंप्यूटर, मशीन फर्नीचर इत्यादि हैं वह एसेट (Asset) या परीसंपत्ति कहलाते हैं।

कंपनी के पास कितने Assets और Liabilities हैं और यह समय के साथ बढ़ती या घटते हैं तो इसका हिसाब किताब बैलेंस शीट में लिखा जाता है। अब तक आपने company meaning in hindi समझा अब जानते हैं कि,

कंपनी क्या होती है – What is Company in Hindi

कंपनी वह संस्था होती है जिसकी पूंजी बहुत सारे अंशों या शेयरों में बटी होती है। इसे व्यापार या किसी अन्य उद्देश्य की पूर्ति के लिए बनाया जाता है। मतलब वह संस्था जिसके द्वारा कई शेयरधारक मिलकर आपस में व्यापार कर सकते हैं उसे कंपनी कहते हैं। अतः वह संस्था जो लाभ कमाने के उद्देश्य से बनाई जाती है ‘कंपनी‘ कहलाती है।

कंपनी का पंजीकरण या रजिस्ट्रेशन एक कृतिम व्यक्ति के रूप में कंपनी अधिनियम 2013 के तहत होता है। पहले कंपनी अधिनियम 1956 हुआ करता था लेकिन अब Company Act 2013 के तहत ही रजिस्ट्रेशन होता है।

आपको बता दें कि बिजनेस की दुनिया में कंपनी सबसे व्यापक या बड़ा रूप होता है। सबसे पहले आता है एक एकाकी व्यापार जो अकेले चलाया जाता है, उसके बाद आता है साझेदारी मतलब जो व्यापार पार्टनरशिप में किया जाता है और फिर अंत में कंपनी आता है जिसमें बहुत सारे लोग मिलकर इसे चला सकते हैं।

कंपनी की परिभाषा (Definition of company in hindi)

कंपनी की कुछ परिभाषाएं नीचे दी गई हैं–

  • कंपनी सामान्य उद्देश्य की पूर्ति के लिए बनाया क्या व्यक्तियों का एक ऐच्छिक संगठन है जिसका जन्म विधान (कानून) द्वारा एक अदृश्य, अमूर्त और कृतिम व्यक्ति के रूप में होता है। इसका पृथक एवं स्थाई अस्तित्व होता है, शाश्वत उत्तराधिकार होता है और इसमें एक सार्वमुद्रा होती है। इसमें सदस्यों का दायित्व सामान्यतः सीमित होता है।
  • कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 2 (20) के अनुसार कंपनी उसे कहते हैं जिसका समामेलन या स्थापना इस अधिनियम के अधीन अथवा इसके पहले के किसी अधिनियम के अधीन हुआ है।
  • कंपनी से आशय एक ऐसी वैधानिक संस्था की आकृति व्यक्ति से है जो विधान, कानून या Law के द्वारा निर्मित है।
  • कंपनी का शाब्दिक अर्थ टोली, संगठन या समिति आदि होता है.
  • कंपनी शब्द लैटिन भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ होता है साथ-साथ मतलब यह अनेक व्यक्तियों का संघ होता है।
  • पुराने समय में व्यवसाय के घटकों में एकाकी व्यवसाय और साझेदारी व्यवसाय प्रचलित थे। लेकिन बाजार और उद्योग धंधों की बढ़ती संख्या और मांग को देखते हुए नए घटक का जन्म हुआ जिसे कंपनी नाम दिया गया।

आसान भाषा में कहे तो, कंपनी को एक artificial व्यक्ति के रूप में माना जाता है मतलब इसका मालिक और कंपनी दोनों एक दूसरे से अलग होते हैं। अगर कोई कंपनी बर्बाद या दिवालिया होती है तो उसके मालिक की संपत्ति पर कंपनी के लेनदारों का कोई अधिकार नहीं होगा, बल्कि कंपनी के bankrupt होने की स्थिति में इसके सभी Assets को बेचकर कंपनी को कर्ज देने वाले अपना पैसा रिकवर करते हैं।

ऊपर जो सार्वमुद्रा शब्द है उसका अर्थ है कि कंपनी में निकलने वाले सभी डॉक्यूमेंट पर कंपनी की एक मोहर लगना जरूरी है वरना उस document को स्वीकार नहीं किया जाएगा।

Proprietorship को ही हिंदी में एकाकी व्यवसाय कहते हैं और Partnership का हिंदी मीनिंग साझेदारी व्यवसाय होता है। उम्मीद है कि आपको कंपनी क्या होती है और company meaning in hindi यानी कंपनी का अर्थ समझ आ गया होगा।

कंपनी के प्रकार (Types of company in hindi)

वैसे तो कंपनी को incorporation, members की संख्या, साइज, Liability, कंट्रोल और motive के आधार पर कई भागों में बांटा जा सकता है जैसे;

Incorporation के आधार पर कंपनी तीन प्रकार की होती है: 1. Charter companies 2. Statutory companies और 3. Registered companies मतलब जब कोई कंपनी incorporate होती है तो वह इन तीनों में से किसी एक नाम से रजिस्टर होती है।

Liability के आधार पर कंपनी तीन प्रकार की होती है: 1. Limited by shares guarantee और 2. Unlimited liability companies

मेंबर्स के आधार पर भी कंपनी तीन प्रकार की होती है: 1. One Person Company 2. Private Limited Company 3. Public Limited Company

साइज के आधार पर देखें तो कंपनी को उसकी मार्केट कैप या बाजार पूंजीकरण के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है जैसे– Micro cap, Small cap, Mid cap और Large cap कंपनी.

कंट्रोल के आधार पर तीन प्रकार की कंपनी होती हैं- 1. Holding company 2. Subsidiary company 3. Assosiate company

Motive के आधार पर कंपनी दो प्रकार की होती हैं– पहली वह जो प्रॉफिट कमाने के उद्देश्य से खोली जाती है जैसे कि सभी नॉर्मल कंपनियां होती हैं और दूसरी वे कंपनियां जो Non profit होती हैं उनका मकसद पैसा कमाना नहीं बल्कि welfare यानि निस्वार्थ समाज की सेवा करना होता है।

उदाहरण के लिए: Section 8 कंपनी जो एक non-profit कंपनी है जिसका मकसद होता है देश और दुनिया का भला करना। Government companies, Foriegn companies, Investment companies इसके उदाहरण है।

अब तक आप company meaning in hindi और कंपनी के प्रकार के बारे में overview जान चुके हैं। लेकिन आपको ऊपर दी गई इतनी सारी types की कंपनियों के बारे में जानना इतना जरूरी नहीं है। असल में नीचे दी गई ये 3 कंपनियां उनमें से प्रमुख है–

  1. Private Company
  2. Public Company
  3. One Person Company

Private Limited Company Meaning in Hindi

प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का अर्थ होता है सीमित शेयर होल्डर वाली कंपनी मतलब वह कंपनी जिसमें अधिकतम 200 मेंबर या शेयरहोल्डर हो सकते हैं प्राइवेट कंपनी कहलाती है। शेयर होल्डर वह व्यक्ति होते हैं जो कंपनी के शेयर खरीदते हैं और किसी भी प्राइवेट कंपनी में एक समय पर 200 से अधिक shareholders नहीं हो सकते। प्राइवेट कंपनी में शेयर को ट्रांसफर करना पब्लिक कंपनी की तुलना में मुश्किल होता है।

प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में आप पब्लिक को शेयर खरीदने के लिए invitation नहीं दे सकते क्योंकि इसमें केवल maximum 200 मेंबर्स ही हो सकते हैं।

Public Limited Company Meaning in Hindi

पब्लिक कंपनी का अर्थ है शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी। मतलब वह कंपनी जो आईपीओ के द्वारा शेयर मार्केट में लिस्ट हो चुकी है और उसके शेयर आम जनता भी खरीद सकती है उसे हम Public Limited Company कहते हैं।

एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बहुत सारे शेयर होल्डर हो सकते हैं क्योंकि इसके शेयर स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है। Public company में शेयर को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के पास आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है।

One Person Company Meaning in Hindi

वन पर्सन कंपनी का अर्थ है एक ही मेंबर वाली प्राइवेट लिमिटेड कंपनी। One person company को एक अकेला इंसान भी शुरू कर सकता है मतलब इसमें केवल एक ही shareholder हो सकता है।

अगर इस प्रकार की कंपनी का एक उदाहरण देखते हैं–

आपने देखा होगा जो Sole Proprietor होते हैं मतलबी लोग जो खुद का बिजनेस अकेले खुद ही चला रहे होते हैं, ऐसे लोगों के लिए One person company खोलना काफी लाभदायक होता है। क्योंकि जब तक वह बिना किसी कंपनी के Sole Proprietor के रूप में अकेले व्यापार करते थे तब तक उन्हें सारा Risk अकेले ही झेलना पड़ता था।

और उनके ऊपर जितने भी liabilities भी वह अकेले ही payoff करनी पड़ती थी अकेले वह कंपनी भी शुरू नहीं कर पाते थे। लेकिन Company Act 2013 के बाद से आप One person company भी स्टार्ट कर सकते हैं जो अकेले इकलौते इंसान के द्वारा भी शुरू की जा सकती है।

उम्मीद करता हूं अब तक आपको One Person Company, Public Company और Private Limited Company तीनों की hindi meaning समझ आ गई होंगी। चलिए अब कुछ अन्य महत्वपूर्ण कंपनियों के उदाहरण भी देख लेते हैं–

Unicorn company meaning in hindi

यूनिकॉर्न कंपनी का अर्थ होता है वह कंपनी जिसका वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर या इससे ज्यादा हो चुका है। मतलब ऐसी कंपनी जिसकी मार्केट कैप 1 Billion Doller (इंडियन रुपीस में 8000 करोड़ से ज्यादा) हो चुकी है उसे ‘Unicorn company’ बोला जाता है।

आजकल आपने unicorn startup के बारे में काफी सुना होगा तो ये वही बिजनेस होते हैं जिनकी मार्केट में वैल्यू 8000 करोड़ यानी 1 billion doller के पास पहुंच जाती है। उदाहरण के लिए– Physics Wallah जो अपने यूट्यूब चैनल था वह कुछ महीने पहले एक Unicorn startup या Unicorn company बन चुका है क्योंकि उसकी वैल्यूएशन 8000 करोड़ को टच कर चुकी है।

भारत में Byjus, UpGrad, CRED, Coindcx, Vedantu, Upstox, Bharatpe आदि Unicorn company के उदाहरण हैं।

Joint stock company meaning in hindi

Joint stock company का अर्थ होता है संयुक्त पूंजी वाली कंपनियां व्यवसायिक संगठन। मतलब वह कंपनी जिसमें बहुत सारे शेयर होल्डर हो सकते हैं और उनके शेयरों की संख्या के अनुपात नहीं कंपनी पर उनका स्वामी तो होता है, उसे हम Joint stock company कहते हैं।

ज्वाइंट स्टॉक कंपनी कई लोग मिलकर शुरू करते हैं और कंपनी के प्रॉफिट या return में उन्हें हिस्सा उनके शेयर पूंजी के आधार पर मिलता है। मतलब Joint stock company शुरू करते समय जो शेयरहोल्डर जितना पैसा निवेश करता है उसी उसी के अनुरूप बाद में लाभ मिलता है।

Subsidiary company meaning in hindi

सब्सिडियरी कंपनी का अर्थ है वह कंपनी जो किसी अन्य कंपनी के द्वारा खरीद ली जाती है उसे हम Subsidiary company कहते हैं। मान लीजिए कोई लिस्टेड Public Company है और किसी अन्य कंपनी का अधिग्रहण कर लेती है मतलब उसे खरीद लेती है तो जिस कंपनी को खरीदा गया है वह ‘Subsidiary company’ कहलाएगी।

और जिस कंपनी ने उसे खरीदा है वह Parent company कहलाती है। आपको बता दें कि कोई भी कंपनी किसी अन्य कंपनी की Subsidiary तभी कहलाती है जब Parent company की हिस्सेदारी उसमें 51% या इससे अधिक हो। मतलब अगर ABC कंपनी किसी XYZ कंपनी के 51% या इससे अधिक शेयर खरीद लेती है तो वह XYZ कंपनी को Subsidiary company कहा जाएगा।

Holding company meaning in hindi

Holding company को भी हम Parent कंपनी कहते हैं मतलब इसका अर्थ है वह कंपनी जो Subsidiary company को own करती है मतलब उसके 51% या इससे अधिक खरीद लेती है उसे Holding company कहा जाता है। इस प्रकार अगर देखा जाए तो होल्डिंग कंपनी और सब्सिडियरी कंपनी एक-दूसरे से जुड़ी हुई होती हैं।

Company Meaning in hindi: कंपनी कैसे बनाया जाता है?

खुद की कंपनी कैसे शुरू करें | How to start a company in hindi

  • कंपनी बनाने, रजिस्टर करने या खोलने के लिए सबसे पहले आपको DIN यानी Director Indentation Number के लिए आवेदन करना होगा।
  • DIN के लिए आप MCA (मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स) की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरकर आवेदन कर सकते हैं।
  • यह नंबर मिलने के लिए आपको 1 से 2 दिन लग सकते हैं साथ ही कुछ फीस भी देना पड़ेगा।
    तो कंपनी चलाने के लिए आपको बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की जरूरत पड़ती है और यह DIN नंबर उसी के लिए है।
  • इसके बाद आपको डिजिटल सिग्नेचर के लिए अप्लाई करना पड़ेगा जिसमें ₹  400 से लेकर ₹ 2700 लगेंगे।
  • अब आपको अपनी कंपनी का नाम रजिस्टर करवाना है जो कि ROC यानी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी पर जाकर करना होगा।
  • इसमें 2 दिन का समय लग सकता है और ₹  2000 की फीस लगेगी।
  • इसके बाद आपको रबर स्टैंप बनवाकर stamp duty भरना पड़ता है।
  • इसके बाद कंपनी शुरू करने के लिए आपको कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट भी सबमिट करना पड़ता है।
  • इस पूरी प्रक्रिया में 3 से लेकर 7 दिन लग सकते हैं और इस पूरी प्रोसेस में लगभग ₹  25000 तक का खर्चा आ सकता है।
  • इन स्टेप्स को पूरा करने के बाद आपको कंपनी का पैन कार्ड और TAN (टैक्स अकाउंट नंबर) बनवाना पड़ता है।
  • इसके बाद आपको प्रोविडेंट फंड में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
  • फिर कंपनी मेडिकल रजिस्ट्रेशन इंश्योरेंस (ESIC) करवाना होगा।
  • अब आपको अपनी कंपनी का प्रकार चुनना है जैसे; Private Ltd, Sole Proprietor, One Person Company या Partnership firm आदि।

तो इस प्रकार आप ऊपर दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके खुद की कंपनी शुरू कर सकते हैं।

Company Meaning in hindi: कंपनी कौन बना सकता है?

कोई भी अकेला इंसान कंपनी बना सकता है। जिस तरह बनिए की दुकान पर एक व्यक्ति अकेले व्यापार चलाता है या कोई Sole Proprietor के रूप में बिजनेस करता है। उसी प्रकार अब कंपनी एक्ट 2013 के बाद कोई भी व्यक्ति खुद की OPC यानी One Person Comapny की शुरुआत कर सकता है।

क्या कंपनी और फैक्ट्री एक ही है?

कंपनी और फैक्टरी एक दूसरे से अलग हैं क्योंकि फैक्ट्री में मैन्युफैक्चरिंग या प्रोडक्शन से संबंधित काम होता है जबकि कंपनी इंडस्ट्रियल या कमर्शियल उद्देश्य से खोली जाती है।

भारत में कुल कितनी कंपनियां हैं?

Statista वेबसाइट के डाटा के मुताबिक, भारत में कुल 15 लाख कंपनियां रजिस्टर्ड है।

भारत की टॉप 5 कंपनियां कौन सी है?

मार्केट वैल्यू के अनुसार भारत की टॉप फाइव सबसे बड़ी कंपनियां है; 1. रिलायंस इंडस्ट्रीज 2. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज 3. एचडीएफसी बैंक 4. आईसीआईसीआई बैंक 5. इंफोसिस

सबसे पहली कंपनी कौन सी है?

भारत की सबसे पहली और सबसे पुरानी कंपनी Wadiya Group को माना जाता है। दुनिया की सबसे पहली कंपनी की बात की जाए तो वह जापान की Kongo gumi है।

दुनिया की सबसे पुरानी कंपनी कौन सी है?

दुनिया की सबसे पुरानी कंपनी जापान की Kongo gumi है जो साल 578 के आसपास ऑपरेट करती थी।

भारत की सबसे पुरानी कंपनी कौन सी है?

भारत की सबसे पुरानी कंपनी Wadiya Group को माना जाता है। हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की वह सबसे पुरानी कंपनी है जो आज देश में सबसे बड़ी है।

दुनिया में सबसे अच्छी कंपनी कौन सी है?

एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल दुनिया की सबसे अच्छी कंपनी मानी जाती है क्योंकि इनमें काम करना हर किसी का सपना होता है। इसके अलावा भारत की टाटा ग्रुप की सभी कंपनी सबसे अच्छी मानी जाती है क्योंकि टाटा ग्रुप अपने एंप्लाइज का बहुत अच्छे से ध्यान रखता है।

भारत की सबसे बड़ी कंपनी कौन सी है?

मार्केट कैप के अनुसार, भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है जिसका मार्केट साइज आज के समय (2023) में 16 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है।

Conclusion of Company Meaning in Hindi

मुझे उम्मीद है आपको यह लेख कंपनी क्या है (Company Meaning in Hindi) जरूर पसंद आया होगा। मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि अपने readers को विस्तार से जानकारी दी जाए ताकि उन्हें कहीं और information ढूंढने की जरूरत ना पड़े।

यदि इस आर्टिकल को लेकर आपके मन में कोई सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताइए।

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